अइडेंटिफ़ायर्स :
सी
प्रोग्रामिंग मे अईडेंटिफ़ायर्स किसी वेरिएबल, फंक्शन, कंसटेंट या यूजर डिफ़ाइन डाटा का
नाम होता हैं, क्योंकि कोई भी वेरिएबल,
फंक्शन या कंसटेंट को प्रोग्रामिंग मे उपयोग करने के लिए उसका एक नाम होना जरूरी
हैं, क्योंकि उसी नाम से उसे उपयोग किया जाएगा। यही नाम
आइडेंटिफ़ाइयर कहलाते हैं। जैसे आपका नाम भी अमर, राहुल ये सब
आइडेंटिफ़ायर्स कहलाएंगे। इडेंटिफ़ायर्स का हिन्दी मतलब होता हैं “पहचान देने वाला”।
जैसे आपको आपकी पहचान आप का नाम देता हैं, बिना नाम के आप
सिर्फ “ए लड़के इधर आओ” हैं। ठीक इसी तरह प्रोग्रामिंग मे उपयोग होने वाले कुछ इकाई
के अपने नाम होते हैं, जो प्रोग्रामर द्वारा दिये जाते हैं।
इंडेटिफ़ायर्स (नाम कारण) बनाने के कुछ नियम होते हैं, जो
निम्न हैं।
1 – एक
अइडेंटिफ़ायर अल्फा-न्यूमेरिक अक्षरो का समूह हो सकता हैं। जैसे std12, a1, a2 ये सभी मान्य हैं।
2 –
किसी भी आइडेंटिफ़ायर का पहला अक्षर न्यूमेरिक (नंबर) नहीं होना चाहिए। जैसे 1a, 2std ये अमान्य हैं।
3 – किसी
भी आइडेंटिफ़ायर का पहला अक्षर अल्फाबेट या अंडरस्कोर “_” से प्रारम्भ होना
चाहिए। std, a24, _gh, _nam आदि मान्य हैं।
4 – आइडेंटिफ़ायर
केस सेंसेटिव होते हैं यानि std और Std दोनों अलग अलग आइडेंटिफ़ायर हैं, क्योंकि पहले मे प्रयुक्त सभी अक्षर छोटे हैं, पर
दूसरे आइडेंटिफ़ायर मे पहला अक्षर बड़ा हैं।
5 - की-वर्ड आइडेंटिफ़ायर के रूप मे उपयोग नहीं किया
जा सकता हैं।
6 –
आइडेंटिफ़ायर के बीच मे कोई भी स्पेशल कैरेक्टर उपयोग नहीं किया जा सकता हैं। जैसे
सेमीकालम, हैश, डॉलर, व्हाइट-स्पेस आदि वर्जित हैं।
नीचे
स्क्वायर रूट का प्रोग्राम दिया गया हैं, इसमे देख के नीचे कमेन्ट कर बताए की निम्न प्रोग्राम मे कौन कौन
से आइडेंटिफ़ायर हैं।
C program to find square root of
a number
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