डबल या
लॉन्ग डबल वैल्यू का scanf
के माध्यम से इनपुट :
डबल टाइप
दसम्लव वैल्यू को होल्ड करने के लिए उपयोग किया जाता हैं, यह फ्लोट से ज्यादा बड़ी संख्या
को होल्ड करता हैं। जिसकी रेंज 2.3E-308 to 1.7E+308 हैं जबकि
फ्लोट की रेंज 1.2E-38 to 3.4E+38 होती हैं। फ्लोट वैल्यू को
स्टोर करने के लिए 4 byte उपयोग करता हैं जबकि डबल टाइप मे वैल्यू
को स्टोर करने के लिए 8 byte का इस्तेमाल किया जाता हैं।
डबल टाइप
के वेरिएबल मे वैल्यू को की-बोर्ड से इनपुट करने के लिए scanf() फंक्शन का इस्तेमाल
होता हैं। scanf फंक्शन मे डबल टाइप की वैल्यू को इन्सर्ट कराने
के लिए, फ़ारमैट स्ट्रिंग “%lf” का इस्तेमाल
करते हैं। जैसे
scanf ( “%lf”, &a ) ;
लॉन्ग
डबल फ्लोट और डबल टाइप के मुक़ाबले ज्यादा बड़ी संख्या को होल्ड करने के लिए उपयोग होता
हैं। क्योंकि लॉन्ग डबल वैल्यू को स्टोर करने के लिए मेमोरी मे 10 byte का इस्तेमाल करता हैं।
जिसके बजह से लॉन्ग डबल 3.4E-4932 से 1.1E+4932 रेंज तक मे डाटा को स्टोर कर सकता हैं। वैल्यू को की-बोर्ड से इनपुट करने
के लिए scanf() का ही इस्तेमाल करते हैं, इसके लिए प्रोग्रामर को “%Lf” फॉर्मेट स्पेसीफायर का
इस्तेमाल करते हैं। जिससे scanf() आसानी से समझ जाता हैं की यूजर
किस प्रकार की वैल्यू इनपुट करना चाहता हैं। लॉन्ग डबल को scanf() फंक्शन के साथ निम्न प्रकार से उपयोग करेंगे।
scanf ( “%Lf” , &a );
नोट –
ध्यान रहे डबल का फार्मेट स्पेसिफायर “%lf” होता हैं जबकि लॉन्ग डबल का फार्मेट स्पेसिफायर मे “%Lf” होता हैं। डबल मे L छोटा होता हैं जबकि लॉन्ग डबल मे
L कैपिटल होता हैं।
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